रायपुर/सूरजपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि कुदरगढ़ महोत्सव आस्था, भक्ति और परंपरा का अनूठा संगम है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने कुदरगढ़ धाम को केंद्र सरकार की प्रसाद योजना में शामिल करवाया है, जिससे इस क्षेत्र के विकास को नई गति मिलेगी।
मुख्यमंत्री साय चैत्र नवरात्र के अवसर पर कुदरगढ़ महोत्सव के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने श्रद्धालुओं को नवरात्रि की शुभकामनाएं दी और माता कुदरगढ़ी से प्रदेश की सुख, समृद्धि और शांति की कामना की।
105 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का भूमि पूजन
समारोह में मुख्यमंत्री ने 105 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाले 43 विकास कार्यों का भूमि पूजन एवं लोकार्पण किया। इसमें रोपवे परियोजना, चिकित्सालय, प्रशासनिक भवन, समुदायिक भवन, मंदिर में सीढ़ियों और पेयजल व्यवस्था सहित कई सुविधाएं शामिल हैं। रोपवे निर्माण का अनुबंध पत्र भी इसी अवसर पर हस्ताक्षरित किया गया।
मुख्यमंत्री ने भटगांव विधानसभा के लिए सुशासन रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी आम लोगों तक पहुंचाएगा।
धार्मिक पर्यटन को मिल रही नई पहचान
मुख्यमंत्री ने बताया कि भोरमदेव मंदिर के विकास के लिए स्वदेश दर्शन योजना के तहत केंद्र सरकार ने 148 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। साथ ही प्रदेश की प्रमुख शक्तिपीठों – कुदरगढ़, चंद्रहासिनी, महामाया, बम्लेश्वरी और दंतेश्वरी के विकास के लिए चार धाम की तर्ज पर योजनाएं बनाई जा रही हैं।
तीर्थ दर्शन योजना को पुनः प्रारंभ किया गया
राज्य सरकार ने तीर्थ दर्शन योजना को पुनः शुरू किया है, जिससे 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक, विधवाएं, परित्यक्ता और दिव्यांगजन को तीर्थ यात्रा का लाभ मिल रहा है। इसके तहत अब तक 22,000 से अधिक श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर चुके हैं।
लोकसंस्कृति और भक्ति का संगम
महोत्सव में छत्तीसगढ़ की लोकसंस्कृति की झलक दिखी। भक्ति संगीत और भजनों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण किया और हितग्राहियों को सामग्री वितरित की।
कार्यक्रम में विधायक भूलन सिंह मरावी, शकुंतला पोर्ते, रामसेवक पैकरा, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े और सांसद चिंतामणि महाराज सहित अनेक जनप्रतिनिधि और श्रद्धालु उपस्थित थे।