Bihar Election 2025: बिहार में मतदान दो चरणों में होंगे, पहला 6 और दूसरा 11 नवंबर… 14 को आएंगे नतीजे

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने वाला है. चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मतदान की तिथि और चरणों की जानकारी दे रहा है. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा बिहार की पावन भूमि पर पांच साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. आयोग के काम दो चरणों में होता है. पहला चरण- मतदाता सूची बनाना, दूसरा चरण- चुनाव कराना. साथ ही SIR पर भी चुनाव आयुक्त ने बात की. उन्होंने कहा कि 24 जून 2025 से शुरू मतदाता सूची का शुद्धिकरण की प्रक्रिया शुरू हुई. 1 अगस्त को ड्राफ्ट सूची पब्लिश की की गई. 1 अगस्त से 1 सितंबर तक claim/objection का वक्त दिया गया. इसके बाद 30 सितंबर को फाइनल मतदाता सूची पेश की गई. अभी भी कोई गलती रह गई है तो जिलाधिकारी के पास अपील को फाइल कर सकेंगे. आपके माध्यम से चुनाव आयोग बताना चाहता है कि इस बार बिहार चुनाव बेहद सरल और सुगम होंगे. इस दौरान सभी व्यवस्थाओं को तय किया गया है. चुनाव आयोग सभी मतदाताओं और मीडिया कर्मियों से सहयोग की अपेक्षा रखता है. 

बिहार में कुल 7.43 करोड़ मतदाता: निर्वाचन आयोग 

चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बिहार में कुल 7.43 करोड़ मतदाता हैं. इनमें करीब 3.92 करोड़ पुरुष, 3.50 करोड़ महिला हैं. वहीं 1,725 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं. 7.2 लाख दिव्यांग मतदाता और 4.04 लाख 85 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक भी मतदाता सूची में हैं. इसके अलावा 14 हजार शतायु मतदाता यानी 100 वर्ष या उससे ज्यादा आयु के नागरिक भी मतदान के पात्र हैं. आंकड़ों की मानें 1.63 लाख सर्विस वोटर्स, 1.63 करोड़ युवा मतदाता (20-29 वर्ष) और करीब 14.01 लाख पहली बार वोट करने वाले हैं. 

90,712 मतदान केंद्र बनाए गए हैं

निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, बिहार में कुल 90,712 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। यहां औसतन हर  केंद्र 818 मतदाता रजिस्टर्ड हैं. इनमें से 76,801 मतदान केंद्र ग्रामीण इलाकों में मौजूद हैं। वहीं 13,911 शहरी क्षेत्रों में मौजूद हैं. सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था(100%) की गई है। इसके साथ 1,350 मॉडल मतदान केंद्र भी तैयार किए गए हैं। मतदाताओं को बेहतर सुविधा देने की कोशिश होगी। 

1,500 की बजाए सिर्फ 1,200 मतदाता

चुनाव आयोग ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस दौरान जानकारी दी गई कि हर मतदान केंद्र पर 1,500 की बजाए सिर्फ 1,200 मतदाता मतदान कर पाएंगे. पहले वोटिंग के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगानी होती थीं. इस कारण निर्णय लिया गया है कि हर केंद्र पर कम भीड़ एकत्र हो. इस फैसले का उद्देश्य वेटिंग टाइम को भी घटना है. 

2020 को तीन चरणों में मतदान

2020 कोविड-19 महामारी में विधानसभा चुनाव हुए. उस वक्त तीन चरणों (28 अक्टूबर से 7 नवंबर तक) में मतदान हुआ था. 10 नवंबर को वोटिंग की गिनती हुई. मतदान प्रतिशत 56.93% था, इसमें 59.69% महिलाएं  और 54.45% पुरुष शामिल थे.  

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