उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित बाबा महाकालेश्वर मंदिर से सोमवार को एक बड़ी खबर सामने आई। मंदिर के गेट नंबर-1 के पास बने फैसिलिटी सेंटर के ऊपर अचानक आग भड़क उठी। यह घटना दोपहर करीब 12 बजे हुई, जिससे वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आग की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां, पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कर दिया गया।
फैसिलिटी सेंटर की छत पर भड़की आग
मिली जानकारी के अनुसार, मंदिर परिसर के नजदीक बने फैसिलिटी सेंटर की छत पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कंट्रोल रूम है। वहीं अचानक आग लग गई। बताया जा रहा है कि पहले वहां से धुआं उठता देखा गया और फिर कुछ ही देर में आग की लपटें आसमान तक पहुंच गईं। आग तेजी से फैलने लगी, जिससे वहां मौजूद श्रद्धालुओं और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। आग लगने की खबर मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं। आग पर काबू पाने के लिए टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं, पुलिस ने श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों की ओर हटाया ताकि किसी को कोई नुकसान न हो। खबर लिखे जाने तक आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका था, लेकिन स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है।
कलेक्टर और एसपी ने संभाली कमान
घटना की गंभीरता को देखते हुए उज्जैन के कलेक्टर और एसपी भी मौके पर पहुंच गए। दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने राहत और बचाव कार्यों की निगरानी की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि आग पर जल्द काबू पाया जाएगा और स्थिति को सामान्य किया जाएगा।
शॉर्ट सर्किट से लगी आग? जांच जारी
शुरुआती जानकारी के अनुसार आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि विस्तृत जांच के बाद ही आग लगने के असली कारणों की पुष्टि की जा सकेगी। पुलिस और तकनीकी टीम ने जांच शुरू कर दी है। सबसे राहत की बात यह रही कि इस आगजनी की घटना में किसी भी श्रद्धालु या कर्मचारी के हताहत होने की खबर नहीं है। समय रहते हुए लोगों को बाहर निकाल लिया गया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। मंदिर प्रबंधन और पुलिस ने सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती है।
हर दिन लाखों श्रद्धालु आते हैं महाकाल के दर्शन
बता दें कि उज्जैन के बाबा महाकाल मंदिर में हर दिन देशभर से हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। सोमवार और श्रावण के महीने में यहां विशेष भीड़ रहती है। ऐसे में आगजनी की यह घटना बेहद संवेदनशील मानी जा रही है। प्रदूषण बोर्ड के कंट्रोल रूम में कई जरूरी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज रखे गए थे। आग की चपेट में इनमें से कुछ के नुकसान की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल नुकसान के आकलन का काम किया जा रहा है।
प्रशासन की अपील – घबराएं नहीं, सब सुरक्षित
प्रशासन और मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे घबराएं नहीं। मंदिर पूरी तरह सुरक्षित है और दर्शन व्यवस्था सुचारु रूप से जारी है। आग को नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।