दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच 86 घंटों तक चला युद्ध आखिरकार शाम 5 बजे सीजफायर पर सहमति बन जाने के बाद खत्म हुआ। हालांकि, इस शांति की अवधि बहुत लम्बी नहीं रही, क्योंकि पाकिस्तान ने इसके 4 घंटे बाद ही सीजफायर का उल्लंघन कर दिया। जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से पाकिस्तान की उकसावेभरी गतिविधियों ने एक बार फिर तनाव को बढ़ा दिया है। पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन और कई इलाकों में गोलाबारी की घटनाएं सामने आई हैं। रात 8 बजकर 15 मिनट से ही अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी शुरू है।
सीजफायर पर सहमति
भारत और पाकिस्तान के बीच दोनों देशों के DGMO (डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन्स) के बीच बातचीत हुई। इस बातचीत में यह फैसला लिया गया कि शनिवार शाम 5 बजे से दोनों देशों के बीच सीजफायर लागू किया जाएगा। दोनों देशों ने आकाश, जल, और थल पर हमले रोकने की सहमति दी थी। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस ब्रीफिंग में इस बात की पुष्टि की और बताया कि अगले संवाद के लिए 12 मई को फिर से दोनों देशों के अधिकारी मिलेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
पाकिस्तान ने किया उल्लंघन
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा के बाद पाकिस्तान ने इसे तुरंत ही तोड़ दिया। शनिवार रात को जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में पाकिस्तान ने संघर्षविराम का उल्लंघन किया और भारी गोलाबारी की। सबसे ज्यादा हमले अखनूर, राजौरी और आरएसपुरा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर देखे गए। इसके अलावा, बारामूला जिले में एक संदिग्ध ड्रोन द्वारा धमाका भी हुआ, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई।
पाकिस्तान की उकसावेभरी गतिविधियां
पाकिस्तान की ओर से यह गोलाबारी और ड्रोन हमले सीजफायर के तुरंत बाद किए गए, जिससे यह साफ हो गया कि पाकिस्तान ने भारत से किए गए समझौतों का पालन नहीं किया। जम्मू के पलनवाला सेक्टर में भी संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान ने कई बार गोलीबारी की। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के इस उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब देने के निर्देश दिए। भारतीय सेना की तैयारियां मजबूत हैं और देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर कदम उठाया जा रहा है।
सीजफायर और उसके बाद की स्थिति
भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया था कि यह सीजफायर एक सकारात्मक कदम है, लेकिन पाकिस्तान के आक्रमक व्यवहार को देखकर यह साफ है कि शांति बनाए रखना एक कठिन चुनौती हो सकती है। पाकिस्तान की ओर से ऐसे उकसावे के बावजूद भारत की तरफ से संयम बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार है और पाकिस्तान के किसी भी उकसावे का सामना करने के लिए तैनात है।